ग्वालियर। ग्वालियर में इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) का ट्रेनर एयरक्राफ्ट मिग-21, गोहद क्रैश हो गया। बुधवार को हुए इस हादसे में मिग-21 में ग्रुप कैप्टन वाईएस नेगी भी सवार थे और वाईएस नेगी, वहीं ऑफिसर हैं जिन्होंने पाकिस्तान के बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक की योजना तैयार की थी। क्रैश के समय नेगी सही समय पर इजेक्ट करने में सफल रहे थे। मिग-21 ने बुधवार को महाराजपुर एयरबेस से टेक ऑफ किया था और करीब 10 बजे यह क्रैश हो गया था।
युद्ध सेना मेडल से सम्मानित : हादसे के समय दो ऑफिसर्स मिग-21 ट्रेनर जेट को उड़ा रहे थे। इनमें से एक ग्रुप कैप्टन नेगी और एक स्क्वाड्रन लीडर रैंक के थे। नेगी ने एयरस्ट्राइक की प्लानिंग में एक अहम रोल अदा किया था। उन्हें इस वर्ष 15 अगस्त को सरकार की तरफ से युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। एयर स्ट्राइक के समय नेगी वेस्टर्न एयर कमांड दिल्ली में ही पोस्टेड थे। ग्रुप कैप्टन नेगी ने इससे पहले 51 सस्क्वाड्रन को कमांड भी किया है। विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने 27 फरवरी को जब पाकिस्तान एयरफोर्स के एफ-16 को गिराया था तो उस समय वह नेगी की 51 स्क्वाड्रन का ही हिस्सा थे।
170 पायलट मिग-21 क्रैश में शहीद : सन् 1961 में अस्तित्व में आया सोवियत दौर का मिग, वायुसेना के लिए एक फ्लाइंग कॉफिन में तब्दील हो चुका है। अब तक 170 भारतीय पायलट इस मिग क्रैश में शहीद हो चुके हैं। इसके अलावा 40 आम नागरिकों की भी मौत हुई है। इन जेट्स को साल 1966 से 1984 के बीच निर्मित किया गया है। क्रैश में 400 से ज्यादा मिगवायुसेना गंवा चुकी है। आईएएफ मिग-21 की सबसे बड़ी ऑपरेटर है। अब सरकार और सेना दोनों ही इस मिग को रिटायर करने के बारे में सोच रही हैं। वायुसेना फ्रांस से मिलने वाले राफेल जेट का इंतजार कर रही है।